भगवत गीता से आप क्या सीखते हैं?
1. शरीर से या पैसों से कमजोर व्यक्ति की मदद करो उनका सहारा बनो क्योंकि जब भी आप किसी को कोई चीज देते हैं तो आप दाता बनते हैं और याद रखना कि जितना भी आप किसी को देते हैं भगवान उसका कई गुना ज्यादा आपको खुशियां देता है।
2. कभी गलत का साथ मत दो, शांत रहो और न्याय प्रिय रहो लेकिन जहां बात बोलने की हो वहां शांत मत रहो, भगवान श्री कृष्ण बहुत हंसमुख और शांत प्रिय थे लेकिन गलत के साथ कभी भी समझौता नहीं करते थे।
3. अगर आप चीजों/लोगों को खोने से डर जाएंगे, तो आप खुद को कब पा पाएंगे खुद से प्यार करना सीखिए लोगों का आना जाना प्रकृति का नियम है ऐसी बहुत सारी लीलाएं श्री कृष्ण जी ने करके हम लोगों को पहले ही बता रखा है।
4. हमेशा उदारवादी बने मतलब लोगों से मेल मिलाप आपका अच्छा होना चाहिए पूरी महाभारत में श्री कृष्ण जी को किसी भी परिस्थिति में आपने गुस्सा करते नहीं देखा होगा वह हर काम मित्रता, व्यवहार, सहयोग व सामंजस्य के बल पर करते थे।
5. जब कोई काम शुरू करें तो उसे खत्म किए बिना आपको चैन नहीं मिलना चाहिए। श्री कृष्ण जी भी किसी काम को बिना खत्म किए शांत नहीं बैठते थे यह मात्र उनकी लीला थी हम लोगों को यह बात समझाने की।
6. आपके अंदर महिलाओं के प्रति गलत भावना नहीं होनी चाहिए उनको साथ लेकर आगे बढ़ने का विचार होना चाहिए। महिलाओं की कितनी अहमियत है यह समय-समय पर श्री कृष्ण जी ने लीलाओं के जरिए वर्णित किया हुआ है।
7. कभी भी अपने धर्मो और वचनों को अपने आपको कमजोर ना बनाने दे क्योंकि धर्म और वचन हमें बांधने या कमजोर करने के लिए नहीं होते, वह हमें आजादी देते हैं जैसे कि आपने महाभारत में देखा ही होगा कि महामहिम भीष्म अपने वचन में बंधने के कारण गलत को सहन करते रहे अगर आपको कुछ बहुत बड़ा गलत होने से रोकने के लिए खुद कुछ गलत करना भी पढ़े तो वह गलत नहीं है।
8. हमेशा अपनी संगत सही रखें, क्योंकि महाभारत में दुर्योधन गलत नहीं था लेकिन जो उसकी संगत थी वह गलत थी उसको बचपन से ही क्रोध और ईर्ष्या करना सिखाया गया था अपने मामा श्री के द्वारा, और एक कहावत भी है कि आप उन लोगों का एक चौथाई भाग होते हैं जिनके साथ आप अपना ज्यादातर समय व्यतीत करते हैं अगर आप अगर आप गलत लोगों के साथ नशा करने वालों के साथ रहेंगे तो आप भी कुछ समय में उनकी तरह बन जाएंगे।
9. अगर आपको गलत लोगों को सबक सिखाने के लिए और सजा देने के लिए खुद गलत भी करना पड़े तो भी आपको करना चाहिए। जैसे कि आपने महाभारत में देखा होगा कि मामा श्री छल कपट से युद्ध जीतना चाहते थे तो श्री कृष्ण ने भी जीतने के लिए उन को हराने के लिए छल कपट का उपयोग किया था।
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